Wednesday, 14 July 2010

दो शिशु कवितायेँ / शिवमोहन यादव

चिडिय़ा
फुदक रही है चिडिय़ा रानी
खाती दाना पीती पानी
जब भी रोते उसके बच्चे
गाकर लोरी कहे कहानी।।

सरकस
देखो सरकस आया भालू
बोला-महंगाई है चालू
उसने मांगी रोटी दाल
ये ही है गरीब का हाल।।

शिवमोहन यादव, कानपुर, उ.प्र.
मो. 097956 24197

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