बच्चा
डरता है बच्चा
अंधेरे से
डरता-डरता
वह सीखता है-
वह सीखता है-
नहीं डरना।
एक दिन
आता है ऐसा
भरी दोपहरी
बच्चा पहचान लेता है
उजास में अंधेरा।
बच्चा
जब पहचान लेता है-
अंधेरा
अंधेरा
बच्चा
बच्चा नहीं रहता
दबने लगता है
भार से
करने लगता है
युद्ध
युद्ध
अंधेरे की
मार से।
मार से।
नीरज दइया
मोबाइल : 9461375668
neerajdaiya@gmail.com
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