tag:blogger.com,1999:blog-4206428518311977251.post2713801517947322406..comments2023-10-28T08:28:27.185-07:00Comments on bachpan: माँ - मुन्नवर राणादीनदयाल शर्माhttp://www.blogger.com/profile/07486685825249552436noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4206428518311977251.post-20998349004196402592010-08-12T17:36:35.935-07:002010-08-12T17:36:35.935-07:00मुनव्वर भाई की यह मशहूर रचना है . जो उन्होने सोनि...मुनव्वर भाई की यह मशहूर रचना है . जो उन्होने सोनिया गाँधी पर लिखी ।अरुणेश मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14110290381536011014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4206428518311977251.post-26561853775453157372010-08-11T06:46:04.209-07:002010-08-11T06:46:04.209-07:00वाह! इस ब्लॉग में तो अनमोल कविताओं का संकलन है.वाह! इस ब्लॉग में तो अनमोल कविताओं का संकलन है.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4206428518311977251.post-13825958730984801172010-08-10T21:56:41.407-07:002010-08-10T21:56:41.407-07:00आदाब,
दीनदयाल जी.....
आपने अपने ब्लॉग पे मुनव्वर ...आदाब, <br />दीनदयाल जी.....<br />आपने अपने ब्लॉग पे मुनव्वर साहेब के माँ पे कहे चंद अशआर लगा कर ....वाकई ..पढने वाले और शायरी को सिर्फ कच्चे गोश्त कि दुकान समझने वालो पे एहसान किया है....<br /><br />शायरी कि रिवायतों से परे उसे रिश्तों में पिरोने का काम किया है मुनव्वर साहेब ने ......<br />माँ पे कहा उनका ये शेर भी ...कमाल का है....<br /><br />मैंने कल शब चाहतों की सब किताबे फाड़ दी ,<br />सिर्फ इक कागज़ पे लिक्खा लफ्ज़ ए माँ रहने दिया <br /><br />मुझे बड़ी ख़ुशी है कि बच्चो पे लिखने वाले कवि का दिल अब धीरे धीरे शायरी कि जानिब होने लगा है,,,,,<br /><br />दुआगो....<br />विजेंद्रvijendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/12853139040785293151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4206428518311977251.post-6207706179895731842010-08-10T19:16:52.090-07:002010-08-10T19:16:52.090-07:00मुनव्वर राना जी की शायरी अद्भुत है।मुनव्वर राना जी की शायरी अद्भुत है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com